Ye Dil Talash Me Hai Usi Ke by Pooja Sonawane

Ye Dil Talash Me Hai Usi Ke by Pooja Sonawane


Ye Dil Talash Me Hai Usi Ke by Pooja Sonawane

 

दर्द का समंदर और मुस्कुराहट का पहरा है…

ये दिल भी मेरा कितना गहरा है…

 

ठोंकरे मिलती है राह पे यहाँ अब किसी से दिल्लगी नहीं होती…

मोहब्बत तो होती है अब भी, पर मेरी जान पहले जैसी नहीं होती…

 

ये दिल तलाश में है उसी के, जो सुनले इसके अंदर की गहराई को,

जो नापे हर एक वो दर्द, जो इस दिल ने छुपाये रखा है,

दबाये रखा है अपनी मुस्कुराहट के पीछे…

मुस्कराहट, बेख़ौफ़ मुस्कुराहट जो हर वक़्त अपने चेहरे पे लिए फिरता है…

मुस्कराहट, जिसके आड़ में ये ग़मों को छुपाये फिरता है…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो बातये इसे,

ये ना गंवाए मुस्कराहट झूठे रिश्तों के पीछे…

रिश्ते जो सिर्फ नाम के रहते है, काम के वक़्त ये अजनबी हो जाते है…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो सीखा दे इसे खुद पे यकीन करना…

यकीन जो ये हर किसी पे करता फिरता है,

सिवाए धोखे के ये कुछ नहीं पाता है…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो समझे इसे…

इन आँखों के पीछे कितने सपने दबाये है, बताये इसे…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो सीखा दे इसे सपनो को सच करना…

बिना किसी का हाथ थामे राह चलते रहना…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो दिखा दे इसे सच्चाई का वो पर्दा…

सच्चाई जो छुपती है झूठे नकाबों के पीछे…

जो दिखती है वो अक्सर होती नहीं,

मिलता यहाँ फरेब के सिवा और कुछ नहीं…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो समझे इसके पागलपन को, इसके झल्लेपन को,

पागल जो कहती है दुनिया इसे, दुनिया जिसकी ये परवाह करता है,

परवाह इसकी मगर कोई नहीं करता है…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो परवाह करे इसी की,

दर्द अगर इसको हो तो माथे पे सिकन इसके हो…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो इसके काबिल हो…

ये दिल तलाश में है उसी के, जो तलाशे मुझे, जो तलाशे मेरे दिल को,

जो मिलाये मुझे मेरे दिल से….




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