O Stree Chal Dabangg Ho Jaa by Sonakshi Sinha

O Stree Chal Dabangg Ho Jaa by Sonakshi Sinha


O Stree Chal Dabangg Ho Jaa by Sonakshi Sinha

 

Same डिग्री Same पोजीशन, पर लौंडे का ज्यादा Wage है

मैं पूछूं तो कहते Casually, तुम्हारी तो कुछ और Responsibilities की स्टेज है

शादी, बच्चें किसमें हो, वो बताते मुझको Age है

फ्रीडम का आसमान दिखाकर, डाला जेंडर वाला Cage है….

वो Existence तेरी Fade करे जब, तू रेनबो वाला रंग हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 

सिंगल हूँ तो आंटी को क्यों चिंता होती है

सिंगल लड़की को सोसाइटी घर ना दे, तो वही सोसाइटी आराम से सोती है

बस एक इंस्टा स्टोरी, FB से, मेरा रिलेशनशिप जज हो जाता है

और ऐसे ही मुझे अवेलेबल मानकर, इनका हाथ गलती से टच हो जाता है

जज बातों को भूल तू अपने जज्बातों के संग हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 

पता है, थोड़ी पतली होती तो ज्यादा सुन्दर लगती….

हाँ, बस थोड़ी गौरी होती तो ये साडी कितनी सजती

सुनो आंटी जी बंद करो, ये सुंदरता की भक्ति

क्या है ना आपकी उम्र में भी, ये बातें बिलकुल नहीं जचती

बेढंगी बॉडी शेमिंग मत सुन, तू बिंदास बे ढंग हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 

इतना ज्यादा कमाती है, हस्बैंड को नौकर बनाएगी

लड़की एम्बिशयस है भैया, रोटी कहाँ खिलाएगी

She is Too Opinionated, पावर का गुरुर है

ऐसी बातों से पाला अपना, हर दिन पड़ता जरूर है

वो खींचे तुझको नीचे तो, तू और ऊँची पतंग हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 

मैं शादी के बाद आपको जॉब Allow करूँगा

मतलब MBA तेरा एक तरफ, होगा वही जो मैं कहूंगा

मैं किसी से भी मिलके आऊं, मर्द हूँ सवाल ना करना

पर तुमको मेल Colleagues फ़ोन करे, तो ये मैं नहीं सहूंगा

ऐसी टॉक्सिक मर्दानगी से लड़ने, तू रोज नई सी जंग हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 

गुंडे सारे घूमे फ्री, पर सजा मेरी स्कर्ट पाती है

हर गुनाह के बाद यहाँ एडवाइजरी, मुझको ही क्यों आती है

तेरे मेरे घर से होती इस डिस्क्रिमिनेशन की शुरुआत है

अबकी तू भी आवाज उठा, जब उठता उसका हाथ है

छू ना सके उसकी हिम्मत, तू जोर सा एक करंट हो जा

स्त्री चल दबंग हो जा

 



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