Tumse Gale Mila Fir Kapde Nahi Badle by Kanha Kamboj

Tumse Gale Mila Fir Kapde Nahi Badle by Kanha Kamboj


Tumse Gale Mila Fir Kapde Nahi Badle by Kanha Kamboj

 

बेशक तू अपने चेहरे बदल ले

पर मुझसे ना कह कि नजरें बदल ले…

अब अपनी अदाओ में नयापन ला तू,

यार बदल लिया तरीके बदल ले…

उसके गले लगकर उसकी खुसबू ले आये,

अब कोई यार कैसे ही कपडे बदल ले…

 

हुस्न--पर्दा, दिलनशी, दिलकश नजारा…

तेरी ज़ुल्फ़ घटा तेरी आँखों में सरारा…

तेरे होंठ का तिल, तिल तिल तड़पाता है,

तेरे गले का तिल मुझे करता इशारा…

सोच रहा था कि तुझे सोचते हुए सोचा ये,

जिसकी सोच ही हो तू, वो सोचे ही ना दुबारा…




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