Kaise Dekhu Tanne Main Chhore by Chetna Balhara

Kaise Dekhu Tanne Main Chhore by Chetna Balhara


Kaise Dekhu Tanne Main Chhore by Chetna Balhara

 

करके इश्क़ की बातें उससे तुम जो जात करते हो…

गैरों संग कर बात इतनी तुम क्यों रात करते हो…

तोड़ किसी का दिल फिर मुझसे कहते हो है इश्क़ तुम्हे,

इतने हो तुम बेशर्म ये कैसी बात करते हो…

 

ना समझ रहा चीज हमने क्या खोयी है…

ना उसके पास कोई ना मेरे पास कोई है…

अलग ना होना था हमे पर होना पड़ रहा था,

हिज्र में आँखे मेरी ही नहीं उसकी भी रोइ थी…

 

ना जाने क्या चाहिए मुझसे इस ज़माने को…

यहाँ और भी लोग है सिर्फ दिखाने को…

और कब तक तंग रहे यूँ ही इस दुनिया में,

क्या कोई और नहीं यूँ आजमाने को…

मत पूछिए आप हमसे,

कुछ नहीं यहाँ बताने को…

और हम पहले से ही बहुत परेशान है,

जाओ यार कोई और ढूंढो सताने को….

 

प्यार हर बार जताना जरुरी है क्या…

मान भी जाओ मनाना जरुरी है क्या…

हाँ तुमसे नहीं मगर तुमसे है,

सुनो, दरमियाँ हमारे जमाना जरुरी है क्या…

मैंने कहाँ कब कुछ माँगा है तुमसे,

तुम्हारा बात बात पे आजमाना जरुरी है क्या….

बेचैनी सी है रुको जरा पास मेरे,

किस जल्दबाज़ी में हो, जाना जरुरी है क्या…

 

जोर जोर ते हस्से है फेर भी मुँह तेरा उतरा है…

कैसे देखूं तन्ने मैं छोरे, तेरे बगल में बैठा छोरा सुथरा है…

 

चलो चले कहीं घूमने, तुम्हे चाय हम पिलायेंगे…

पसंद जो आये कहना हमसे, सब तुम्हे दिलाएंगे…

कोई पूछेगा गर हमसे कुछ कौन है कैसा रिश्ता है,

पकड़ेंगे हम हाथ तुम्हारा हमारी जान बताएँगे…

ट्रैन के गेट पे होकर खड़े, मोमेंट हम बनाएंगे…

हाथ हमारा मिलता है, लेकर पिक लगाएंगे…

चलेंगे एक दिन CP हम गोलगप्पे तुम्हे खिलायेगे…

फुर्सत से कभी मिलने आना, माँ से तुम्हे मिलाएंगे…

यहाँ मंदिर है एक मन्नत वाला, पेड़ पर धागा लगाएंगे…

होती है जो चुन्नी लाल, प्यारी सी वो चूड़ियां,

कहना मत बस चलना साथ, वही तुम्हें दिलाएंगे…

फुर्सत से कभी मिलने आना, शहर तुम्हें घुमाएंगे…

खास हो तुम और रहोगे जाना, यही बात दोहरायेंगे…




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