I Love You T&C Applied by Nidhi Narwal

I Love You T&C Applied by Nidhi Narwal


I Love You T&C Applied by Nidhi Narwal

 

I Love You Terms and Conditions Applied

हम दोंनो एक दूसरे के लिए कभी फलक से चाँद तारे तोड़कर लाने की कसमें नहीं खाएंगे

और हमारे बीते कल की बातें भूल नहीं सकेंगे तो एक दूसरे को याद भी नहीं दिलाएंगे

तुम्हारे मेरे खवाब हमारे होंगे…

हमारी लुढ़कती ज़ीस्त में हम दोनों एक दूसरे के सहारे होंगे….

हो हमारे बीच कितना भी गहरा सागर,

हम मगर, एक ही समंदर से जुड़े उसके दो किनारे होंगे…

ये तेरा मेरा वाली बातें छोड़नी पड़ेंगी…

पर पहले ही बता दूँ कि चाय तो दो से एक ना होंगी…

दो ही कुल्हड़ होंगे चाय के,

हाँ मन करे तो मेरे वाले से दो घूंट ले लेना…

पर बदले में अपनी चाय के दो घूंट दे देना…

अब मेरे साथ एक मसला है,

कि मुझे रूठना आता है मनाना नहीं आता…

तुम मुझे मनाना सीखा देना, बता देना…

कोई तारीख भूल जाऊँ तो डांटकर याद दिला देना, पर रूठना मत…

चाहे हालात कितने ही बुरे क्यों ना हो, मुझे मोहब्बत है तुमसे ये भूलना मत…

अब ये तोहफें देखो मुझे देने नहीं आते…

वो इसलिए कि लेने ही नहीं आते…

खुद की पसंद से तो बस गुलाब दे सकता हूँ…

बाकि कुछ भी पूछ लो, जवाब दे सकता हूँ…

तुम्हारे सिवा कभी किसी और पर ये नजरें उठेगी नहीं…

और चलो उठ भी गयी तो यकीन मानो, टिकेगी नहीं…

हमारी मोहब्बत में हमे एक दूजे से कोई बेफिजूल का वादा नहीं करना है…

क्योंकि इश्क़ करना है पर बहुत ज्यादा नहीं करना है…

बस इतना करना है कि ये जिंदगी बस तुम्हारे साथ भी बीते..

और अगर कभी किसी रोज खुदा का मन बदल जाये,

तो ये जिंदगी तुम्हारे बाद भी बीते…

बस इतना करना है कि धड़कन और सांसे तुम्हारे नाम से केवल रुकना नहीं, चलना भी सीखे…

और हाँ सबसे जरुरी, कि किसी भी पल तुम जाना चाहो तो जा सकते हो…

आसमान नापकर सकते हो…

मुझसे बेहतर या बेहतरीन कोई मिले तो बता सकते हो

ये रिश्ता आसमान है हमारा, कफ़स नहीं…

यहां इतनी जगह है कि तुम खुलकर पंख फैला सकते हो…

वैसे एक बात और चाहो तो I Love You Too मत कहना…

बस एक बार को मुस्कुरा देना…

क्योंकि लव रहे ना रहे, मुस्कान रहनी चाहिए….

इश्क़ में भी तुम्हारी मेरी पहचान रहनी चाहिए…




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