Sabka Katega Shayari by Ankit Guryan

Sabka Katega Shayari by Ankit Guryan

Sabka Katega Shayari by Ankit Guryan

 

बेखौफ़ था मैं मौत से,

लेकिन उसकी मोहब्बत ने मुझे कायर बना दिया।

और भाई इतनी शिद्दत से काटा उसने मेरा,

कि इस अंकित को गुमनाम शायर बना दिया।

 

कि ना रख वफ़ा की उम्मीद उससे अंकित,

वो कल बेवफा होकर किसी और के साथ दर्द बांटेगी।

और वो तुझे "You Deserve Better" बोले या ना बोले,

लेकिन भाई उसने सबका काटा है वो तेरा भी काटेगी।

 

गलत था मैं जो सोचता था कि मेरे वाली अलग है,

लेकिन अब ये गलतफहमी का परदा मेरी नज़रों से हट चुका है।

अब Online रहती है रातभर पर मुझसे बातें नहीं करती,

शायद किसी और का काट रही है,

क्योंकि भाई मेरा तो पहले ही कट चुका है।

 

कभी बोलती थी मुझसे आज किसी और को “I love You” बोल रही होगी।

जो दिया था टेडी मैंने उसको, आज उसके साथ खेल रही होगी।

और अगर जानते हो उसको तो सोच समझ कर इश्क करना उससे यारों,

क्योंकि मेरा तो काट चुकी है, अब किसी और का काट रही होगी।

 

बड़ा मोहब्बत मोहब्बत करता फिरता है ना तू,

एक दिन सच्चे प्यार के लिए बहुत पछतायेगा।

और आज जिसके लिए दोस्तों को छोड़कर जाता है ना,

जिस दिन वो काटेगी ना भाई तेरा,

उस दिन रोता हुआ तू हमारे पास ही आयेगा।

 

अभी नावाकिफ है तू इस प्यार मोहब्बत की फरेबी दुनिया से,

कुछ ही दिन में ये इश्क का भूत तेरे सर से उतर जायेगा।

वो हर रोज बहुत शिद्दत से काटेगी तेरा,

और तू "भाई मेरी वाली अलग है" बस यही कहता रह जायेगा।

 

तुझे Bye बोलने के बाद वो किसी और को hii भेजेगी।

अगर तुझे लगता है कि "तेरे वाली अलग है",

तो भाई वो तेरा अलग तरीके से ही काटेगी।

 

वो BAE से बेवफा हो जायेगी और तुझे पता भी ना चलेगा।

उसकी मोहब्बत का प्रसाद अब हर किसी में बंटेगा।

उसके Good Night बोलने के बाद भी वो Online है तो समझ जाना,

अब तक तेरा कटा है भाई, अब किसी और का कटेगा।

 

कुछ नहीं रखा है इश्क मोहब्बत में "मैंने करके देखा है",

फिर भी पता नहीं क्यों सबको इसी की तलब है।

जिसका कट गया है वो कहते है "सबका कटेगा",

और जिसका अभी तक नहीं कटा, वो कहते है-

"भाई मेरी वाली अलग है"

 

वो अपनी खुशियों के लिये किसी के भी साथ टाईमपास कर सकती है।

तुझे यकीन दिलाने के लिये रोज़ तेरी झूठी कसमें भी खा सकती है।

और वो सिर्फ तेरी है इस वहम में कभी मत रहना मेरे दोस्त,

क्योंकि वो स्त्री है कुछ भी कर सकती है और तेरे जैसे 10 बंदो का एक साथ काट सकती है।

 

हम पागल थे जो उनसे दिल लगाये बैठे थे,

वो हमारी मोहब्बत को चंद सिक्कों में तोल गई।

बंधी थी जो वफ़ा की पट्टी मेरी आँखों पर,

वो बेवफा उसे एक झटके में खोल गई।

और किया हमने इजहार--मोहब्बत जब उनसे,

तो वो "You Deserve Better" बोल गई।

हम ताउम्र इस खुशफहमी में रहे कि उन्हें मोहब्बत है हमसे,

हुए अलहदा आज जब तो समझ आया कि भाई वो तो "खेल गई"




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