Chhora Jaat Ka by Chetna Balhara
हर वक़्त अकड़ में घूमे, अरे के बात है…
जिसपे तू आके बैठे वा महारी ही खाट है…
अर के कह है मन्ने नू ही ले जागा,
मका सुन, छोरे हाथ टूट जागे, मेरे आला जाट है…
अपने ही वादों को तोड़ दिया हमने….
रास्ता खुद ब खुद मोड़ दिया हमने…
क्या कहा उन्हें मोहब्बत है हमसे,
अरे जाओ कोई उन्हें बताओ, झूठ सुनना छोड़ दिया हमने…
हाथ पकड़ करी बात वो बोले हमसे कल मिलेंगे….
नज़ारे देख करी रात वो बोले हमसे कल मिलेंगे…
तय हुआ उनका निकाह देकर कार्ड चले गए वो,
रोते हुए यूँ छोड़ा हाथ वो बोले हमसे कल मिलेंगे…
मुझे पता था मैं मुसीबत नहीं, मुझे फिर भी हटाया गया…
भरी भीड़ में देख मुझे पागल कहकर सताया गया…
अपनी कुछ बातों से बेहला कर चले गए वो,
वो शहर रकीब का था हमे कुछ और बताया गया…
हम चुपके से देखा करते थे उन्हें,
उनका नजरें मिलाना मेरी जान ले गया…
गुनाह हमने किया निहारने का उनको,
आया इतना हर्जाना कि मेरी जान ले गया…
आँखों से मस्तिया करते थे हम देखकर उन्हें,
उनका हमे देख मुस्कराना मेरी जान ले गया…
मिलने की खवाहिश की पूछ लिया हमने उनसे,
उनका कल मिलते है कहना मेरी जान ले गया…
मन में हलचल है अब ख्याल नहीं आते है…
बेहद खुश है हम सबको यही बताते है…
मत पूछो कुछ दिल बिखरा हुआ है,
बताया नहीं जाता है मेरे आँसू बह जाते है…
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