Chetna Balhara Ne Jab Ki Tareef Sab Huye Bhavuk – Unkahe Jasbaat
मुझे पता था मैं मुसीबत नहीं, मुझे फिर भी हटाया गया….
भरी भीड़ में देख मुझे पागल कहकर सताया गया…
अपनी कुछ बातों से बहलाकर चले गए वो,
वो शहर रकीब का था, हमे कुछ और बताया गया…
दिल में है जो छुपाना नहीं है…
उनसे कुछ पूछो तो बताना नहीं है…
यार देखो हमे मगर प्यार से,
निहारने पर कोई जुर्माना नहीं है…
दूर समंदर पास किनारे हो यार…
खुला आसमान चाँद सितारे हो यार…
और ये जो डर डर के कोशिश हाथ पकड़ने की कर रहे हो,
आहे हाय तुम कितने प्यारे हो यार…
आओ एक कहानी सुनाऊँ तुम्हें…
ज़िन्दगी कैसे बदली वो सब बताऊ तुम्हें…
चला एक लड़का सपना लेकर,
ना सोचा क्या और कैसे होगा…
चल पड़ा सबको अपनी आवाज देकर,
खवाहिश थी उसकी बड़ा नाम होगा…
हाँ कुछ ऐसा काम होगा…
क्या करा कैसे करा इसमें भी कुछ अलग बात है…
आज जो नाम उठकर आया, वो अनकहे जज्बात है…
उंगलिया उठायी भी होगी, हाथ दबाने को,
आज उनका भी हित है…
और क्या कहा मेहनत किस्मत दोनों देखनी है तुम्हें,
ये देखिए ये मोहित है…
आज आगे बढ़ने के लिए लोग ना जाने क्या कर रहे है…
जो नाम मोहित गौतम ने बनाया, आंखे जज्बात,
लोग आज यहाँ आने को मर रहे है…
एक वक़्त था ऐसा भी यहाँ स्टूडियों में लोग कम थे, जगह खाली थी…
ना आवाज इतनी थी, ना बजती इतनी ताली थी…
सोचा मोहित सर ने भी ये, जगह का इतनी क्या करूँ मैं….
जो होगा देखा जायेगा यार, अभी से इतना क्या डरूँ मैं…
भगवान ने नाम ऐसा बनाया है…
अनकहे जज्बात का नाम लोगो की जुबां पे रटाया है…
घर में पूछी जिसने तू पसंद करे है,
सांवला है के…
नू बोल्या तू मन्ने मेरे रंग ते छोड़ देगी,
मका छोरे बावला है के…
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