Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge by Goonj Chand

Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge by Goonj Chand


Waqt Aaane Par Tujhe Teri Aukaat Bataenge by Goonj Chand



भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे..
और वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे ..
और इस गलतफहमी में तुम बिल्कुल भी मत रहना,
के तेरे जाने गम में हम यहां आंसू बहाएंगे..
भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे…

मेरे कुछ ख्वाब भी तुझको सताएंगे…
और वक्त बेवक्त तुझको रुलाएंगे..
याद करना अपनी बेवफाई को चंद लम्हों के लिए,
कितना  घिनौना था तू तुझको यह तेरे अक्स बताएंगे..
भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे…

हम भी तुझको तेरी तरह भूलाएंगे अब हम भी बेवफाई की रस्में निभाएंगे..
और फिर ररुखसत हो गए इस बार तो फिर कभी लौट कर मत आना,
क्योंकि तेरी जाने की खुशी तो थोड़ी हम भी मनाएंगे…
और वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे…

तेरे वादो के किस्से सबको बताएंगे..
कितना सच्चा था तू सबको यही बताएंगे..
और तू अपने मुंह से मेरी बेवफाई की बात मत करना,
वरना लोग खुद तुझे मेरी वफाओं के कि किस्से सुनाएंगे बेवफाई के.
भरी महफिल में तेरे चेहरे से नकाब हटाएंगे..
वक्त आने पर तुझे तेरी औकात बताएंगे…



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