Usko Maine Rota Dekha by Lovely Sharma
उसको मैंने रोता देखा…
खुदा मैंने ये क्या देखा…
अश्कों की वजह मैं था,
मैंने खुद को गुनेहगार देखा….
बेबस आँखे ये देख भीग गयी,
जिंदगी ने ये क्या क्या देखा…
कम मर्तबा हुआ ये सिलसिला,
मैंने खुद को जो लाचार देखा…
जार जार बिलख उठी रूह जब,
ना लौटने का वादा देखा…
रश्में सारी उड़ गयी हवा में,
मैंने आस्मां को संग रोते देखा…
बुने जो सपने उमरभर साथ के थे,
कतरा कतरा उनको ढलते देखा…
खाव्हिशों के मकां को अपने,
मैंने बारिशो में जलते देखा…
नक़्शे पाँव भी धुंधले हो गए,
मैंने उस तक पहुंचना मुश्किल देखा…
इप्तदा से इंतहा तक का सफर देखा…
मर जाऊंगा जो अब कुछ देखा…
उसको मैंने रोता देखा…
खुदा मैंने ये क्या देखा…
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