Maka Chhore Bawala hai Ke by Chetna Balhara

Maka Chhore Bawala hai Ke by Chetna Balhara


Maka Chhore Bawala hai Ke by Chetna Balhara

 

Ghar Me Puchi Jisne Tu Pasand Kare Hai, Sanwla hai Ke…

Nu Bolya Tu Manne Mere Rang Te Chhod Degi, Maka Chore Bawala Hai Ke…

 

Gaam Me Mahare Jaisi Jodi Koi Aur Nee Hai…

Teri Muccha Ka Ar Mere Til Ka Koi Tod Nee Hai…

Ar Ke Kh hai Mere Jaisi Mil Jaagi Koi Aur,

Te Laadle, Main Ek hi Hoon Meri Jaisi Aur Nee Hai…

 

एक ने कहा मन्ने बेरा है तू उदास है,

अर तेरा दिन तन्हाई का

नू कह अपना नंबर दे दे ना,

मका ले मेरे भाई का

 

घर में पूछी जिसने तू पसंद करे है,

सांवला है के

नू बोल्या तू मन्ने मेरे रंग ते छोड़ देगी,

मका छोरे बावला है के

 

गाम में माहरे जैसी जोड़ी कोई और नी है

तेरे मुछा का अर मेरे तिल का कोई तोड़ नी है

अर के कह है मेरे जैसी मिल जागी कोई और,

ते लाडले, मैं एक ही हूँ मेरी जैसी और नी है

 

मैं उसते बेमतलब लड़ा करूँ

अपनी गलती उसके आगे कदी ना माना करूं

जब वो मन्ने कह दे है ना अक तन्ने तो हम कूड़े में ते ठाके लाये थे,

लडन की जगह मुँह फुला के बैठ जाया करूँ

मन्ने कोई चीज दिख जा है ना, वो ना खा ले सोचके उसते पहले खा लिया करूँ

बेशक जैसा भी है भाई मेरा, खुद मैं उसते कंजर कह लुंगी,

पर उसकी बुराई किसी और के मुँह ते ना सुना करूँ

 

किसी के जाने से अंदाजा लगाया कि लड़के तो नहीं रोते

आसानी से कह दिया फरेब है ये सब, अपने तो नहीं होते

जिम्मेदारी उनपर भी होती है कमजोर तो नहीं होते

एक लड़का गलत हो तो बात सबपर जाती है,

मियां सारे लड़के गलत तो नहीं होते

 

इश्क़ की ऐसी खुमारी दे गया

दर्दों की जैसे उधारी दे गया

अब मुँह उतरा उतरा सा रहता है मेरा,

मियां ना जाने कैसी बीमारी दे गया

 

जिन रास्तों पे अब निकल पड़ी हूँ,

वहाँ से पीछे अब मुड़ना नहीं चाहती

और कट चुके है अब पंख मेरे,

अरे छोड़ो यार अब उड़ना नहीं चाहती

 

प्यार हर बार जताना जरुरी है क्या

मान भी जाओ मानना जरुरी है क्या

हाँ तुमसे नहीं मगर तुमसे है,

सुनो दरमियाँ हमारे जमाना जरुरी है क्या

 

मैंने कहाँ कब कुछ माँगा है तुमसे,

तुम्हारा बात बात पे आजमाना जरुरी है क्या

बेचैनी सी है रुको जरा पास मेरे,

किस जल्दबाजी में हो जाना जरुरी है क्या




Comments