Khushi Dene Ka Waada Kar by Goonj Chand
Ajeeb Si Ho Gayi Hai Zindagi Meri,
Naa Ye Mujhe Jeene De Rahi hai, Naa Main Ise Jee Paa Rahi Hoon…
अजीब सी हो गयी है जिंदगी मेरी,
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
बेचैनियों में लिपटे सुकून है इसमें,
दर्द में उलझी हुई खुशिया है इसमें,
इनको सुलझाने के चक्कर में मैंने ही उलझी जा रही हूँ…
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
हर इंसान के चेहरे पर मुखौटा है यहाँ…
और ख़ुशी देने का वादा कर हर आदमी दम घोंटता है यहाँ…
थोड़ी से ख़ुशी के लिए मैं भी अपना दम घुंटवाती जा रही हूँ…
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
महफिलों के नाम पर तन्हाईयाँ दिखती है यहाँ…
और सच्चाई की कोई कीमत नहीं, बेवफाई बिकती है यहाँ…
और सच बोलने के चक्कर में मैं भी तनहा होते जा रही हूँ…
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
प्यार के नाम पर तो सिर्फ ज़हर बिकता है यहाँ…
सबकी आँखों में पड़ा हुआ पर्दा भी दीखता है यहां…
मैंने तो खुली आंखों से ये ज़हर पीती जा रही हूँ…
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
अजीब सी हो गयी है जिंदगी मेरी,
ना ये मुझे जीने दे रही है, ना मैं इसे जी पा रही हूँ…
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