Saath Dungi Tera by Lovely Sharma
सुनो साथ दूंगी तेरा,
हर राह हर मोड़ पर, मंजिलो के छोड़ पर…
झूठी सी बात पर, सच्ची सी मुस्कान पर…
साथ दूंगी तेरा…
कहानी के किस्सों में, दुःख के हिस्सों में…
नींदो के ख्वाब में, कार्य सवाब में…
साथ दूंगी तेरा…
ख्वाहिशों के मकान में, अली की अज़ान में…
हर धुप हर छाँव में, हर मुश्किल पड़ाव में…
साथ दूंगी तेरा…
इंतज़ार की तड़प में, जिंदगी से झड़प में…
बेमौसम बरसात में, प्यार भरी उस रात में…
साथ दूंगी तेरा…
तसव्वुर में, सदाकत में, हर्फ़-ऐ-शब्द दुआ में…
रूठे से आसमान में, पंखो की उड़ान में…
साथ दूंगी तेरा…
वादों में, इरादों में, बिखरे हुए जज्बातों में…
मुसीबतों की इमदाद में, हर्फ़-ऐ-शब्द दुआ में…
साथ दूंगी तेरा, साथ दूंगी तेरा, साथ दूंगी तेरा….
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