Balaatkari By Goonj Chand
डर जाती है माँ आज जब उसकी बेटी जवान होती है..
क्योकि हर
गली,
हर
नुक्कड़
पर
किसी
ना
किसी
की
नियत
ख़राब
होती
है..
हैवानियत की
तरक्की
तो
देखिये
जनाब..
लड़किया तो
थी
ही
अब
तो
बच्चियां
भी
इन
बलात्कारियों
का
शिकार
होती
है..
क्योकि हर
गली,
हर
नुक्कड़
पर
किसी
ना
किसी
की
नियत
ख़राब
होती
है..
कहने को
तो
बड़ी-बड़ी
बाते
होती
है,
Candle March होते
है..
और बलात्कारियों
के
खिलाफ
आवाज़
भी
उठाई
जाती
है..
पर क्या
इन
जैसे
हैवानो
के
लिए
कानून
की
सज़ा
ही
काफी
होती
है..
वहाँ किसी
मासूम
की
इज़्ज़त
नीलाम
होती
है..
और यहाँ
News channel, TV, Twitter सब पे सिर्फ
धर्मों
की
बात
होती
है..
लड़की हिन्दू
थी
या
मुस्लिम..
बलात्कारी मुस्लिम
था
या
हिन्दू..
बलात्कार मंदिर
में
किया
गया
था
या
मस्जिद
में?
कहीं लड़की
ही
तो
गलत
नहीं
थी?
या कहीं
उसकी
skirt तो
छोटी
नहीं
थी..
तो जी
हां
इस
बार
छोटी
ही
थी..
पर जनाब
उसकी
Skirt नहीं,
उसकी
उम्र..
अरे इन
बलात्कारियों
से
अच्छे
तो
आतंकवादी
ही
होते
है..
जो blast करते
है,
गोली
चलाते
है
एक
ही
झटके
में
सबकी
ज़िन्दगी
ख़त्म
कर
देते
है..
पर इन
बलात्कारियों
की
तरह
अपनी
हवस
मिटाने
के
लिए
बच्चियों
का
शरीर
नहीं
नोचते..
शर्म करो
बेशर्मो..
तुम जैसे
चंद
हैवानो
की
वजह
से
पूरी
की
पूरी
मर्दो
की
कौम
बदनाम
होती
है..
क्योकि हर
गली,
हर
नुक्कड़
पर
किसी
ना
किसी
की
नियत
ख़राब
होती
है..
Comments
Post a Comment
Thank You for Your Comment