Zindagi ko Gale Lagaya Jaaye By RJ Vashishth

Zindagi ko Gale Lagaya Jaaye By RJ Vashishth


Zindagi ko Gale Lagaya Jaaye By RJ Vashishth

 

चलो एक बार फिर से ज़िन्दगी को गले लगाया जाये ..

अपने दिल कि बात सुनकर आगे कदम बढ़ाये जाये..

चाहे जितनी मुश्किलें आये उससे ना घबराया जाये..

चलो एक बार फिर से ज़िन्दगी को गले लगाया जाये..

दोस्ती तो कर ली हमने सबसे, चलो अब उसे आज़माया जाये..

पल भर की ज़िन्दगी है यारो खुल के जश्न मनाया जाये..

हाँ माना कि मुश्किल होगा कांटो भरी राह पर चलना..

गिर कर उठना, उठ कर गिरना और फिर गिरते -गिरते संभालना है..

ये खुद को समझाया जाये..

चलो एक बार फिर से ज़िन्दगी को गले लगाया जाये..

और आखिर में हारे हुए मन को फिर से जीत दिलाई जाये..

चलो एक बार फिर से ज़िन्दगी को गले लगाया जाये..




Comments