Yaad Rahega By RJ Vashishth

Yaad Rahega By RJ Vashishth


Yaad Rahega By RJ Vashishth

 

याद रहेगा, सब कुछ याद रहेगा..

वो अधूरी बाते, वो पूरे हुए नाते..

वो टपरी वाली राते और कुछ अनछुए इरादे..

वो सब याद रहेगा..

तेरा होना, तेरा ना होना..

तेरा हाथ थामना और कहे बिना बस यूँ ही छोड़ देना..

मेरा तुझसे करीब रहने का और तभी तेरा दूर जाने का हर वो लम्हा याद रहेगा..

वो हाथों की पौरो से लकीरो को छूना और लकीरो के ज़रिये रूह तक पहुँचना..

तेरे पास रहने का हर वो बहाना याद रहेगा..

तेरे साथ रहने का हर वो अफसाना याद रहेगा..

कुछ कहते- कहते भी कुछ ना कह जाना और कुछ ना कहके भी बहुत कुछ कह जाना..

तेरी लफ्ज़ो की ख़ामोशी हो या फिर आँखों की ज़बानी हो..

तेरा हर वो ज़ालिमपना याद रहेगा..

याद रहेगा, सब कुछ याद रहेगा..




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