माना छोटी है मेरी स्कर्ट, पर ख्वाब तो है बड़े,
करना तो बहुत कुछ है साहब पर क्या करें?
दुनिया ये Judge करती है, मुझको ये Fuss कहती है.
किस किस को सफाई मैं दूँ,
सपनो के अपने दुहाई मैं दूँ,
तेरे तानो से थक चुकी हूँ,
चल आज ये मान ही लेती हूँ कि,
हाँ मैं Characterless हूँ..
कहते है, शर्म औरत का गहना है. बिलकुल ठीक,
शर्म औरत का गहना है, जिसे उतारते तूने रहना है..
फिर ब्रेकिंग न्यूज़ बनेगी, कैंडल मार्च भी रखा जायेगा,
मोमबत्ती हाथ में पकडे वो रेपिस्ट भी वहां आएगा..
पर आपको पता चले कैसे, ध्यान है आपका Cleavage पर,
अबे Bho***ke थोड़ी शर्म तो कर..
दुनिया ये सारी कोरा दुपट्टा, उसपे मैं हूँ काला सा धब्बा,
इज्जत का झंडा छाती पे मेरे, यहीं पे तेरी नजरे ठहरे..
नजरे ये तेरी, दोष ये मेरा,
बात जरा सी, हल्ला भतेरा...
झंडे को लेले अंदर तू अपने, बोझ मैं इसका सह न सकूं,
Confession आज मैं करती हूँ,
हाँ मैं Characterless हूँ..
Maan Leti hun Haan Main Characterless Hoon
है गला कितना deep, लड़को के साथ Sleep,
जरूर करती होगी सुट्टा और दारू..
मैं भी जरा यहां चांस तो मारु..
Slut भी है, whore भी है,
सारे Issues का कोर भी है..
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ फिर ले जाके उन्हें किचन में बैठाओ..
Opinion ये दे तू थप्पड़ लगाओ बस..
You know, if you are one of them,
Then, you are not a man, you are nothing But a Chu**
चल तेरी Ego Massage करने के लिए बोल ही देती हूँ,
हाँ मैं Characterless हूँ..
खुश, Haan Main Characterless Hoon
Disclaimer: यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है,
इसका काल्पनिकता से कोई लेना देना नहीं है..
एक दिन की बात है, सर्दी की वो रात है..
आज भी जहन में जिन्दा, जब मैं हुई थी शर्मिंदा..
क्यों बनाया मुझे लड़की, माँ कसम उस दिन भगवान पे बहुत भड़की..
मैं और मेरी बहन DU के fest से लौट रहे थे..
दिल्ली की थी सड़क, रात के कुछ 8 बज रहे थे..
Mind You,जींस पहनी थी और बदन स्वेटर से ढके हुए थे.
पर अचानक मेरा चलना बंद हो गया..
सांसे रुकी और हाथ तंग हो गया..
बहन ने भांपा कुछ है लोचा,
पीछे किसी ने मेरा हाथ दबोचा..
चौदह साल की मैं डरी सहमी,
दुनिया के बारे में शायद मुझे थी गलतफहमी..
सोचा ये क्या हो रहा है, ऐसा भी होता है?
मारुती की कार, चार लौंडे सवार,
एक के हाथ में बोतल, एक के हाथ में माल,
वो तैयार थे करने को बकरे को हलाल..
मुझे अंदर खींचने के लिए उसने जैसे ही जोर लगाया,
घरवालों का चेहरा आखिरी पलो में सामने आया..
बहन ने दिखाई फुर्ती, जोर से उसको झटका,
पर मैं खड़ी थी सुन्न, दिमाग था वहीं पे अटका..
सोचा आज से पहले तो, life is a fairy tale oh or was that faked?
Now, I am sure that even that fairy must have been raped.
भागे हम दोनों वहां से बची मैं बाल बाल,
वरना उसने तो समझ ही लिया था मुझे अपने बाप का माल..
You know, I want to say that to all those men out there
कि अगर आपको लगता है कि सड़क पे चलती अकेली लड़की,
या for that matter कोई भी लड़की आपके बाप का माल है,
तो आज घर जाकर अपने पिताश्री की will अच्छे से पढ़ लो एक बार,
और मैं लिख के देती हूँ कि उसमे हमारा नाम कहीं नहीं है..
Thank You….
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